कांटों पर चलने वाले
अपनी मंजिल पर जल्दी पहुँचते है,
क्योंकि कांटे कदमो की रफ्तार
बढ़ा देते है !!
"लफ्जों" को बरतने का सलीका जरुरी है "गुफ़्तगू" में,
"गुलाब" अगर कायदे से ना पेश हो तो "कांटे" चुभ जाते हैं!
महक गुलाब की आएगी
तुम्हारे हाथों से…
किसी के रास्ते से कांटा
हटाकर तो देखो…
कांटे तो नसीब में आने ही थे ।
फूल जो हमने गुलाब का चुना था ।
कांटे समझ रहे थे हमारा है दबदबा…
शाखें झुकी हुई थीं फूलों के बोझ से
किसी को काँटों से चोट पहुंची
किसी को फूलों ने मार डाला
जो इस मुसीबत से बच गए थे
उन्हें उसूलों ने मार डाला