ये अलग बात है दिखाई न दे मगर शामिल जरूर होता है,
खुदकुशी करने वाले का भी कोई कातिल जरूर होता है…
देख कर हैरान हूँ
आईने का जिगर
एक तो कातिल सी नज़र
उस पर काजल का कहर !!
कितनी क़ातिल है ये आरज़ू ज़िन्दगी की,
मर जाते हैं किसी पर लोग जीने के लिए!
ङरे क्यूं मेरा कातिलक्या रहेगा उसकी गर्दन पर वो खून,जो चश्म-ए-तर से उर्म भर यूॅ दम-ब-दम निकले
ङरे क्यूं मेरा कातिल
क्या रहेगा उसकी गर्दन पर वो खून,
जो चश्म-ए-तर से उर्म भर यूॅ दम-ब-दम निकले