Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images
  ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा, 

सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.

Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images

घमंड ही नहीं गुरुर है अपने किसान होने का।

बढ़ रही हैं कीमते अनाज की,

पर हो न सकी विदा बेटी किसान की

Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images

परिश्रम की मिशाल हैं, जिस पर कर्जो के निशान हैं,

घर चलाने में खुद को मिटा दिया, और कोई नही वह किसान हैं

Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images

खुद की पर्वा किए बिना दिन रात अन्न उपजाता है, सलाम है इस धरती माँ के पुत्र को जिसके कारण हमारा जीवन मुस्काता है।

छत टपकती हैं, .. उसके कच्चे घर की……

फिर भी वो किसान करता हैं दुआ बारिश की..

Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images

वो अभी भी फटे हुए कपडे पहनता है, और दिन रात मेहनत करता है, 

तभी तो तुम समारोह में नए कपडे पहनकर बड़े शान के साथ  ठहलते हो


किसान के कच्चे मकान बारिश में टपकते हैं टूट जाते हैं


फिर भी बारिश की दुआ मांगता हैं.


कोई परेशान हैं सास-बहू के रिश्तो में,


किसान परेशान हैं कर्ज की किश्तों में.


Anurag Shukla
Shayari, Slogans, Jokes, Quotes & Funny Images

      ना कड़ी धुप की फ़िक्र है उसे, ना घनघोर वर्षा की,

       उसे तो सिर्फ दो वक्त की रोटी की फ़िक्र है,

         लेकिन वो भी उसके नसीब में नहीं है।

            खाना खाते वक्त ये दुआ जरूर करना दोस्तों 

            जिसके खेतों से मेरा खाना आया हैं उसके बच्चे कभी भी भूखे न सोये.

             लोग कहते हैं बेटी को मार डालोगे,तो बहू कहाँ से पाओगे?

            जरा सोचो किसान को मार डालोगे, तो रोटी कहाँ से लाओगे?

Page 2