माता पिता के बिना दुनिया की हर चीज कोरी हैं,
दुनिया का सबसे सुंदर संगीत माँ की लोरी हैं।
लोग हमारे बारे में क्या सोचते है?अगर ये भी हम सोचेंगे तो फिर लोग क्या सोचेंगे?
हमारा सलाहकार कौन है ये बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि दुर्योधन शकुनि से सलाह लेता था और अर्जुन श्रीकृष्ण से!
जब छोटे थे तब बड़े होने की बड़ी चाहत थी ! पर अब पता चला कि : अधूरे एहसास और टूटे सपनों से, अधूरे होमवर्क और टूटे खिलौने अच्छे थे !