ॐ में ही आस्था हैं,
ॐ में ही विश्वास हैं,
ॐ में ही शक्ति हैं,
ॐ में ही संसार,
ॐ से होती हैं
अच्छे दिन की शुरूआत.
हर ओर सत्यम-शिवम-सुन्दरम,
हर हृदय में हर-हर हैं,
जड़ चेतन में अभिव्यक्त सतत
कंकर-कंकर में शंकर हैं.
शंकर की ज्योति से नूर मिलता है
भक्तो के दिलों को सुकून मिलता है
शिव के द्वार आता है जो भी
सबको फल ज़रूर मिलता है!
काल का भी उस पर क्या आघात हो ….जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो..!!जय महाकाल
ॐ नमः शिवायकर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होय|तीन लोक नौ खंड में,महाकाल से बड़ा न कोय..जय श्री महाकाल
हँस के पी जाओ भांग का प्याला..क्या डर है जब साथ है अपने त्रिशुल वाला..बम बम भोले