सारा जहाँ है जिसकी शरण मैं
नमन है उस शिव के चरण में
बने उस शिव के चरणो की धूल
आओ मिलकर चढ़ाये हम श्रद्धा के फूल
शिव की ज्योति से प्रकाश बढ़ता है,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ ना कुछ उससे ज़रूर मिलता है!
अरे खाक मजा हैं जीने में
जब तक महाकाल न बसे सीने में।
हर हर महादेव !
ना जीने की खुशी, ना मौत का गम,
जब तक हैं दम
महादेव के भक्त रहेंगे हम।
हमको भी मिलेगा वह वक्त नसीब से
हम भी देखेंगे भोलेनाथ को करीब से..!!
मेरे हँसते हुए चेहरे पर मुझे नाज़ है,
भोले से मेरा कल और मेरा आज है |