सुना है हश्र हैं उस की ग़ज़ाल सी आँखें
सुना है उस को हिरन दश्त भर के देखते हैं
उन परिंदो को कैद करना...
मेरी फितरत में नहीं...
जो मेरे दिल के....
पिंजडे में रहकर भी....
गैरों के साथ....
उड़ने का शौक रखते है ।।
नाम क्या दूँ मैं अपनी दीवानगी को..
बेचैनी दिल की तड़पने लगी है..
इस रवानगी से में क्या कहूँ..
जो हर पल तुम्हे याद करने लगी है.
Happy Hug Day.
हम अपने प्यार का इज़हार इसलिए नहीं करते
क्यूंकि हम उनकी हाँ या ना से डरते है..
अगर उन्हों ने कर दी हाँ तो ख़ुशी से मर जायेंगे
और कर दी ना तो रो-रो कर मर जायेंगे.
रात है काफ़ी, ठंडी हवा चल रही है,
याद में आपकी किसी की मुस्कान खिल रही है,
उनके सपनो की दुनिया में आप खो जाओ,
आँख करो बंद ओर आराम से सो जाओ
रात के शायद एक बजे हैं
सोता होगा मेरा चाँद