कविता के कई मतलब हो सकते हैपर कविता कभी मतलबी नहीं हो सकती !!
"ना जाने क्यों इतनी बेचैनी बढ़ जाती है,कोई बात कभी जहन में अटक जाती है,वैसे तो सब बेहतर है, कोई ग़म नहीं है,जब देखता हूँ तुमको, साँसे अटक जाती है l"
"कतरा-कतरा रौशनी का,होके हम जल जायेंगे..हो अंधेरा कितना घना भी,भोर बनके आयेंगे.... "
झूठ के साथ तेरे साथ रहे,तो इश्क़ गुनाह हो जायेगा,इस लिए बेहतर होगा,सच के साथ जुदा हो जायेंगे l
हर पल तू महफूज रहे
कभी मुश्किलों से ना हो तेरा सामना
ज़िन्दगी तेरी खुशहाल रहे
बस खुदा से है ये इल्तिजा
I love you. Good Morning