मिलो तो बताये हाले दिल आपसे ,खुद से ही बातें कर वक़्त गुजारते है lकई बार जाग-जाग नींद से ,तेरा नाम पुकारते है l
बेवज़ह की बातों में उलझ जाता हूं,वक़्त की रेत पर फिसल जाता हूं lमुझे मेरी खबर कहाँ रहती है अब,क्योंकि मैं अब उसके दिल में रहता हूं l
"मुश्किलों में जो साथ रहा है,बस वही खुदा का बंदा है l"