महफूज है
तेरे प्यार के
नगमे इस दिल में,
जब मन करे तब दरवाजा
खटखटा देना !!
महफूज कर भूल गया थी जाड़ो की
बात जर्सी में वो ढूंढ़ रहा अपना टूटा दांत
Pyar m mehfooz tum ..
Ishq m mehfooz main..
Geeta k shabdo m lipti tum.
Quran k alfazo m uljha main..
खुश रहो तुम अपने जहाँ में मुझे भुलाकर और
में यहाँ महफूज हूँ तेरी याद में खुद को भुलाकर
इस तरह हम सुकून को महफूज़ कर लेते हैं,
जब भी तन्हा होते हैं तुम्हें महसूस कर लेते हैं!
दिल से ज्यादा महफूज जगह नहीं है दुनिया में,
मगर सबसे ज्यादा लोग लापता भी यहीं से होते है।