मैं पैसा हूँ, मैं नमक की तरह हूँ जो जरूरी तो हैं,
मगर जरूरत से ज्यादा हो जाए,
तो जिन्दगी का स्वाद बिगाड़ देता हैं।
“Money is not god; but even not lesser than god.”