“कोई भी लक्ष्य, इंसान के साहस से बड़ा नहीं,
हारा वही जो लक्ष्य के लिए लड़ा नहीं।”
प्रार्थना ऐसें करो ज़ैसे सब कुछभगवान् पर निर्भंर करता हैंऔर प्रयास ऐसें करों ज़ैसे सब़ कुछआप पर निर्भंर क़रता है…
कुछ तकलीफें हमारा इम्तेहान लेने नहीं
बल्कि हमारे साथ जुड़े लोगों की पहचान कराने आती हैं...