बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ से पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
जो आज सपने हैं
वो कल हकीकत होगा,
तू बस मेहनत कर।
जो आज औकात से बाहर है,
वो कल तेरी जेब में होगा।
कामयाबी के दरवाजे भी उन्हें के लिए खुलते हैं,
जो इसे खोलने की क्षमता रखते हैं..