चरण मंदिर तक पहुंचाते हैं
और आचरण भगवान् तक
नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में खलिश है निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका न उसका,
ये सबका वतन है संभालो इसे.
चढ़ गये जो हंसकर सूली,
खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश के लिए,
हम उनको सलाम करते हैं.
हँसते हैं हंसाते हैं मेरे पापा,
मेरे लिये खुशिया लाते हॆ मेरे पापा.
जब मे रुठ जाती हूँ,
तो मनाते हे मेरे प्यारे पापा.
गुडिया हु मे पापा की,
ओर मेरे सब से प्यारे दोस्त हॆ पापा,
फादर्स डे मुबारक हो पापा