अकेलापन कभी-कभी एक अच्छा दोस्त बन जाता है।
खाली जेब दुनिया का असली चेहरा हमारे सामने ला देती है।
दूसरों के घर जाकर पंचायती वही करते हैं,
जिन्हे खुद के घर में कोई इज्जत नहीं मिलती है।