क्या चाहती है हम से, हमारी ये ज़िंदगी....क्या क़र्ज़ है जो हम से, अदा हो नहीं रहा....
क्या चाहती है हम से, हमारी ये ज़िंदगी....
क्या क़र्ज़ है जो हम से, अदा हो नहीं रहा....
आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगीमेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगीदिया है आपने इतना प्यार मुझेकी मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
आपकी वफ़ा हमेशा मुझपर उधार रहेगी
मेरी ज़िंदगी आपकी मुस्कुराहट पर निसार रहेगी
दिया है आपने इतना प्यार मुझे
की मर कर भी मेरी ज़िंदगी आपकी कर्ज़दार रहेगी
कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं,
अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं,
माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का,
आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं।
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर …..
तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर
देखना अच्छा लगता है …!!!
दिल की धडकने रुक सी गई हैं,
साँसे मेरी धम सी गई हैं.
पुछा हमने दिल के डाक्टर से.
तो पता चला सर्दी के कारण आपकी यादें.
दिल में जम सी गई हैं
नादान इनकी बातो का एतबार ना कर,भूलकर भी इन जालिमो से प्यार ना कर,वो क़यामत तलक तेरे पास ना आयेंगे,इनके आने का नादान तू इन्तजार ना कर!