नाजुक सी मोहब्बत है, शीशे सी कहानी है,
मैं उसका दीवाना हूँ, वो मेरी दीवानी है!!!
यह इज़हार-ए-मोहब्बत का मौसम है जनाब,
यहां फूल खिलते भी हैं और झड़ते भी हैं!
दिल ये मेरा तुमसे प्यार करना चाहता हैं,
अपनी मोहब्बत का इज़हार करना चाहता है,
देखा है जबसे तुम्हे मैंने
मेरे ए सनम सिर्फ तुम्हारा ही दीदार करने को
दिल चाहता है…
नजर मिली तो प्यार हो जाता है,
पलके उठे तो इजहार हो जाता है,
न जाने क्या कशिश हैं चाहत में,
के कोई अंजान भी हमारी जिंदगी का हकदार हो जाता है।
Happy Propose Day