Tumhe sawan pasand hain... Mujhe sawan mein tum
Tumko Bheegna pasand hain.. Mujhe bheegte hue tum
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
छोड़ ज़माने का चिंता,तुझ में लिपट जाने को दिल करता हैlरोक जाये ये पल,तुझ में सिमट जाने को दिल करता है l
ये कहना था उन से मोहब्बत है मुझ को
ये कहने में मुझ को ज़माने लगे हैं
मुस्कराहट का रंग हमेशा,
खूबसूरत होता है।
मुस्कुराते रहिये।
Good Morning Shayari
सुना है मोहब्बत कर ली तुमने भी,
अब किधर मिलोगे, पागलखाने या मैखाने