प्यार क्या है ना पूछों तुम मुझसे
क्या बताने से मान जाओगे
यूं बताने से फायदा भी नहीं
कर के देखो तो जान जाओगे
आज की रात भी तन्हा ही कटी
आज के दिन भी अंधेरा होगा
यूँ बिछड़ना भी बहुत आसाँ न था उस से मगर
जाते जाते उस का वो मुड़ कर दोबारा देखना
दिल से चाहते हैं हर सुबह उठाये तुमको
प्यार से दिल के करीब लाये तुमको
कोई मौका न छोड़े कभी भी हम
हर सुबह शायरी से उठाये तुमको
Good morning Jaan
किसके बारे में सोचती हैं दोस्त तू तो बिल्कुल बदल गई हैं दोस्त
तेरी खातिर तेरी ख़ुशी के लिए, मैंने सिगरेट भी छोड़ दी हैं दोस्त
एक शिकायत मुझे भी हैं तुझसे, तू बहुत झूठ बोलती हैं दोस्त.
माँ की लोरियाँ अब कहाँ?
चिड़ियों की बोलियाँ अब कहाँ?
ख़ुद से ही जगाना हैं हमें अब तो,
ज़िंदगी आ गई हैं जिस जगह.
गुड मॉर्निंग शायरी.