मुट्ठी भर ख़्वाब मेरा,खुला पूरा आसमान तेरा lमैं चाँद तेरा हो सकता नहीं,तू बादल बन बरस सकता नहीं l
"क्या कहा, क्या समझा गया,क्या समझा, क्या कहा गया,मोह्हबत घूमती इन किनारों पे,जो कहा गया, ना कभी समझा गया l"
"कोई सड़क कभी, किसी मंजिल पे ख़त्म नहीं होती,किसी छोर पे जुड़ जाती है, किसी और रास्ते से,कोई एक मंजिल,पे ज़िंदगी भी कभी रूकती नहीं,मुड़ के देखना, और खूबसूरत हो अगले मोड़ से l"
क्या ऐसा नहीं हो सकता?
हम प्यार मांगे और तुम,
गले लगा कर कहो,
और कुछ?
इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई
हम न सोए रात थक कर सो गई
यादों को तेरी हम प्यार करते हैं,
सारे जन्म भी तुझ पर जान निसार करते हैं,
फुर्सत मिले तो हमे SMS करना,
क्योंकि रोज़ रात हम तेरे Good Night कहने का इंतज़ार करते हैं।