हमें क्या पता था कि इश्क कैसा होता है,
हमें तो बस आप मिले और इश्क हो गया..!!
हूँ भीड़ में ,पर भीड़ का हिस्सा ना हो पाया lज़हन में थी तुम,कोई दूसरा किस्सा ना हो पाया l
“तस्वीरें” लेना भी जरूरी है जिन्दगी में…
“आईने” गुजरा हुआ “वक्त” नहीं बताया करते हैं…
Good Night
बेवज़ह की बातों में उलझ जाता हूं,वक़्त की रेत पर फिसल जाता हूं lमुझे मेरी खबर कहाँ रहती है अब,क्योंकि मैं अब उसके दिल में रहता हूं l
बहुत मन से चाहा था उसने,फिर उसका मन ही ना रहा lसारी मुश्किलों में भी निकला था,उसका पता मैने..उस पते का पता फिर मुझे भी ना रहा l