माँ-बाप के लिए क्या शेर लिखूं,
माँ-बाप ने मुझे खुद शेर बनाया हैं।
इंसानियत तो हमने "ब्लड बैंक" से सीखी है साहब,जहाँ बोतलों पर "मजहब" नहीं लिखा जाता|
अच्छे कर्म करते रहो चाहे कोई सम्मान करे या ना करे, क्योकि..सूर्य जब उदय होता है, तब करोड़ो लोग नींद में होते है फिर भी सूर्योदय होता है|
उदास रहता है मोहल्ले में बारिश का पानी आजकलसुना है कागज की नाव बनाने वाले बड़े हो गए..
जिंदगी में सब लोग दोस्त या रिश्तेदार बनकर ही नहीं आते कुछ लोग सबक बनकर भी आते है|
आज का सुविचारइंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये ज़रूरी हैं.डॉ ऐ पी जे अब्दुल कलाम