ये लम्हा कुछ ख़ास है
बहन के हाथों में भाई का हाथ है
ओ ! बहना तेरे लिए मेरे पास कुछ ख़ास है
तेरे सुकून की खातिर मेरी बहना
तेरा भाई हमेशा तेरे साथ है !
कच्चे धागों से बनी डोर है राखी
प्यार और मीठी शरारतों की होड़ है राखी
भाई की लम्बी उम्र की दुआ है राखी
बहन के प्यार का प्रतीक है राखी !
भाई की कलाई सजेगी बहिन के प्यार से,
बहिन का चेहरा खिलेगा भाई के उपहार से !
बहन का प्यार किसी दुआ से काम नहीं होता ,
वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता,
अक्षर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते है ,
पर भाई बहन का प्यार कभी कम नहीं होता |
ए चांद, तू उनको मेरा पैगाम कह देना
खुशी का दिन और हंसी की शाम देना
जब वो देखे तुझे बाहर आकर
उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना |