सात फेरों से तो,
महज शरीर पर हक मिलते हैं,
आत्मा में हक तो
रूह के फेरों से मिलते हैं !
अब तो शायद ही मुझसे मुहब्बत करेगा कोई,
तेरी तस्वीर जो मेरी आखों में साफ नजर आती है !
तम्मना हो मिलने की तो
बंद आँखों में भी नज़र आएंगे
महसूस करने की तो कोशिश कीजिए
दूर होते हुए भी पास नजर आएंगे !
Love You Dear !
कागज़ पर तो अदालत चलती हैं,
हमने तो तेरी आँखों के फैसले मंजूर किए हैं।
गमों को कुछ यूं भी हराया करों
तुम बेवजह मुस्कुराया भी करों….