रूठा करो तो मान भी जाया करों,
मेरे मासूम दिल का हाल जान भी जाया करों.
रूठ जाओ तो मानती नहीं हो,
बात ऐसे करती हो जैसे जानती नहीं हो.
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं
बाद में मुझ से ना कहना घर पलटना ठीक हैवैसे सुनने में यही आया है रस्ता ठीक हैशाख से पत्ता गिरे, बारिश रुके, बादल छटेंमैं ही तो सब कुछ गलत करता हूँ अच्छा ठीक है
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा
जाने कब जाएगी ये आदत मेरी
रूठना तुमसे और औरों से उलझते रहना
Jane kan jayegi ye aadat meri
Roothna tumse aur auron se uljhte rahna