पत्ती , पत्ती गुलाब बन जाती,
हर कली मेरा ख्वाब बन जाती,
अगर आप डाल देती अपनी महकदा नज़रे इन पर,
तो सुबह की ओस भी शराब बन जाती।
अगर कुछ बनना है तो गुलाब के फूल बनो,
क्योंकि ये फूल उसके हाथ में भी खुशबू छोड़ देता है, जो इसे मसल कर फेंक देता है
Happy Rose Day
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
होठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
कैसे बयाँ करे हम आपको ये दिल-ए-हाल,
की तुम ही हो जिसके बैगेर हम रह नहीं सकते.
मेरे आंसुओं में तू ही छुपी रहती हैं,
रोज आंखों से तू ही तो बरसती हैं,
किसी गुलाब की बेटी है तू शायद,
इसलिए मुरझाकर भी महकती हैं.
लफ्जों की तरह तुझे किताबों में मिलेंगे
बन के महक तुझे गुलाबों में मिलेंगे,
खुद को कभी अकेला मत समझना,
हम तुझे तेरे दिल में या तेरे ख्यालों में मिलेंगे.
मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं,
मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का,
तेरे सिवाएं मुझ पर किसी का हक़ नहीं.