कभी तकलीफ़ में हो तो यूँ भी सब्र कर लेना,
लफ्ज़ों के इस्तेमाल से पहले रिश्तों की कद्र कर लेना!
खुद हैरान हूँ मैं अपने सब्र का पैमाना देख कर,
तूने कभी याद ना किया, और मैंने कभी इन्तजार नहीं छोड़ा।