शिकायत तों मुझे खुद से है,
तुझसे तो आज भी इश्क है !
जिन्दगी की हकीकत बस इतनी सी है,
की इंसान पल भर में याद बन जाता है !
ना वो सपना देखो जो टूट जाये,ना वो हाथ थामो जो छुट जाये,मत आने दो किसी को करीब इतना,कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये|
आदतन तुम ने कर दिए वादेआदतन हम ने ऐतबार कियातेरी राहो में बारहा रुक करहम ने अपना ही इंतज़ार कियाअब ना मांगेंगे जिंदगी या रबये गुनाह हम ने एक बार किया
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा