तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया,
मेरी जान छूटी…इश्क़-ऐ-बवाल से.
सच कहा था किसी ने अकेले जीना सीख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है|
कहाँ मिलता है कोई समझने वाला जो भी मिलता है समझा के चला जाता है|
ठीक है बदल जाओ तुम, लेकिन ये याद रखना की हम बदल गए तो तुम करवटे बदलते रह जाओगे.
बड़ी अजीब मुलाकाते होती थी हमारी;वो मतलब से मिलते थे. और हमें मिलने से मतलब था!