हर किसी के नसीब में
कहां लिखी होती है चाहतें
कुछ लोग दुनिया में आते है सिर्फ
तन्हाइयो के लिए
ना साथ है किसी का ना सहारा है कोईना हम किसी के ना हमारा है कोई