और इतनी भी उदासी किस काम की
थोड़ा इश्क़ करलो वरना जिंदगी किस काम की
साथ रोती थी हँसा करती थी
एक परी मेरे दिल में बसा करती थी
किस्मत थी हम जुदा हो गए वरना वो
मुझे अपनी तकदीर कहा करती थी
तुझे याद कर लूं तो मिल जाता है
सुकून दिल को...
मेरे गमों का इलाज
भी कितना सस्ता है..
डूबा हुआ हूँ जहर में
लेकिन पी नहीं रहा,
मै जिंदगी को सह रहा हूँ
पर जी नहीं रहा..!!