आदत बदल सी गई है
वक्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती
अपना दर्द बांटने की..!!
जो लम्हा साथ है, उसे जी भर के जी लेना..कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|
तोड़ कर जोड़ लो चाहे हर चीज दुनिया की...सब कुछ काबिल-ए-मरम्मत है...ऐतबार के सिवा...!!!