ए वक्त जरा संभल के चल कुछ बुरे,
लोगो का कहना है कि तू सबसे बुरा है ।
वक्त मौसम और लोगों की एक ही फितरत होती है,
कब कौन और कहाँ बदल जाए कुछ कह नहीं सकते !
वक्त का खास होना जरूरी नही,
खास लोगो के लिए वक्त होना जरूरी है !
बुरा वक्त तो सबका आता हैं,
कोई बिखर जाता हैं कोई निखर जाता है !
वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए।
हर रोता हुआ लम्हा मुस्कुराएगा,
तु सब्रा रख अपना भी वक्त आयेगा।।