जिंदगी झंड हैफिर भी धंमड़ है..दिल्ली मे तो है गर्मीहरियाणे में ठंड है
जिंदगी झंड है
फिर भी धंमड़ है..
दिल्ली मे तो है गर्मी
हरियाणे में ठंड है
संता घबराता हुआ पुलिस स्टेशन गया
संता – मैं गिरफ्तार होने जा रहा हूँ
बंता – क्यों भाई तुमने क्या किया ?
संता – मैंने अपनी बीवी के सर पे
जोर से डंडा मार दिया था
बंता – तो वो मर गयी क्या बेचारी
संता – नहीं बच गयी
और अब वो मुझे नहीं छोड़ेगी
संता – दुनिया में सबसे ज्यादा हिम्मत वाला आदमी कौन है?
बंता – धोबी
संता – कैसे ?
बंता – किसी के भी घर में जाके बोल देता है कि-
जल्दी से कपड़े निकाल लो,
मैं लेने आ रहा हूँ
संता – फरवरी आने वाली है
वेलेंटाइन डे की क्या तैयारी हैं
बंता – मेरी तो कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं है
संता – क्या तुझसे आज तक
एक लड़की भी सैट नहीं हुई ?
बंता – अबे मेरे से घड़ी में अलार्म
सैट नहीं होता लड़की क्या खाक सैट होगी
संता – भाई आज तो गज़ब हो गया
बंता – लॉटरी लग गयी क्या पाजी
संता – ओये नहीं मैं बस में बैठा था
तभी एक आदमी आया और साले ने
फोन में राष्ट्रगान चला दिया
बंता – फिर ?
संता – फिर क्या राष्ट्रगान सुनते ही
मैं खड़ा हो गया और
वो कमीना मेरी सीट पर बैठ गया
संता ने एक हलवाई की दुकान पर आधा किलो जलेबी लेकर खाई और बिना पैसे दिए जाने लगा..
दुकानदार बोला – अरे जलेबी के पैसे तो दिए जा ।
संता – पैसे तो है नहीं ..
इस पर दूकानदार ने अपने नौकर को बुला कर संता की भरपूर पिटाई करवा दी।
पिटने के बाद संता उठा और हाथ पैर झाड़ते हुए बोला- इसी भाव पर एक किलो और तौल दे /