हर एक हसीन चेहरे में गुमान उसका था,
बसा न कोई दिल में ये मकान उसका था,
तमाम दर्द मिट गए मेरे दिल से लेकिन,
जो न मिट सका वो एक नाम उसका था।
Socha na tha vo shakhs bhi itana jaldi saath chhod jayega,
Jo mujhe udas dekhakar kehta tha “main hu na”....
बिन बात के ही रूठने की आदत है,किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,आप खुश रहें, मेरा क्या है..मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
ये कैसा नशा है, मै किस खुमार में हु.तू आके जा भी चुका है ,और मै अब भी इंतज़ार में हु....