बहुत अलग सा है
मेरे दिल का हाल,
एक तेरी खामोशी
और मेरे लाखों सवाल.
वो लफ्ज बने हिनही
जो बयाँ कर सके
मुझे कितनीमोहब्बत
तुमसे है
तेरे इश्क का कितना हसीन एहसास है,लगता है जैसे तू हर पल मेरे पास है,मोहब्बत तेरी दीवानगी बन चुकी है मेरी,अब जिंदगी की आरज़ू सिर्फ तुम्हारे साथ है|
जिंदगी यूं ही बहुत कम है मोहब्बत के लिए;रूठ कर वक़्त गवाने की ज़रुरत क्या है !
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,जो इतना दर्द मिला,ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।