हम तो बिछड़े थे तुमको अपना अहसास दिलाने के लिए,मगर तुमने तो मेरे बिना ही जीना सीख लिया..
उसके बाद हमने ना रखी किसी से मोहब्बत की आस, क्योकि एक तजुर्बा ही था हमारे लिए बहुत खास.