इश्क न हुआ कोहरा हो जैसे...तुम्हारे सिवा कुछ दिखता ही नहीं...
इन पलकों में क़ैद कुछ सपने है,
बेगाने है कुछ, तो कुछ अपने है,
ना जाने कैसी कशिश सी है इन ख्यालो मेंकुछ लोग दूर हो कर भी कितने अपने है!!!