कोई है जो दुआ करता है अपनों मे मुझे भी गिना करता है,
बहुत खुशनसीब समझते है हम खुद को,
दूर रह कर भी जब हमें कोई प्यार किया करता है..!!
इन अल्फाजो की सजावट के लिए ये एक
एहसास ही बहुत है
तुम मोहब्बत हो ना मेरी बस ये बात ही बहुत है
खींच लेती है मुझे उसकी मोहब्बत,
वरना मै बहुत बार मिली हूँ आखरी बार उससे..!!
आँखों में वफा हो तो पर्दा दिल का ही काफी है,
नहीं तो नक़ाब से भी होते हैं इशारे मोहब्बत के..!!
मुझे पल भर के लिए प्यार करने वाला नहीं
बल्कि हर पल प्यार करने वाला चाहिए