कुछ अजीब सा रिश्ता है
उसके और मेरे दरमियां
ना नफरत की वजह मिल रही है
ना मोहब्बत का सिला
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे..
इक अजीब सी बेताबी है
तेरे बिन रह भी लेते हैं
और
रहा भी नहीं जाता
Kabhi Ji Bhar Ke Barasna, Kabhi Bond Bond Ke Liye Tarasna,Ay Barish Teri Aadatein Mere Yaar Jesi Hain…!
सच कहा था किसी ने अकेले जीना सीख लो मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है|
ठीक है बदल जाओ तुम, लेकिन ये याद रखना की हम बदल गए तो तुम करवटे बदलते रह जाओगे.