नहीं बस्ती किसी और की सूरत अब इन आँखों में
काश की हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता |
मैंने दिल से कहा
उसे थोड़ा कम याद किया कर,
दिल ने कहा वो सांस है तेरी,
तू सांस ही मत लिया कर..!!
कौन कहता है सिर्फ नफरतो में ही दर्द है कभी कभी बेपनाह मोहब्बत भी बहुत दर्द देती है..