पल पल से बनता है एहसास,एहसास से बनता है विश्वास,विश्वास से बनते हैं कुछ रिश्ते,और उन रिश्तों से बनता है कोई खास।
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!
ना जियो धर्मं के नाम परना मरो धर्मं के नाम परइंसानियत ही है धर्मं वतन का बस जियो वतन के नाम पर..
शिकायते बहुत है तुझसे ऐ जिंदगी पर चुप इसलिए हु क्योकि जो तूने दिया वो बहुतो को नसीब नहीं होता|शुप्रभात