अजीब हाल मे पहुंच गई है ज़िन्दगी , अब न कोई अजनबी रहा न कोई अपना!!
फूलों की महक
कलियों का शबाब हो तुम
मेरे लिए
गुलाब ही गुलाब हो तुम..
Nikle hum duniya ki bhid mein
to pata chala,
Har wo shakhs tanha hai
jisne pyar kiya.
कहना बहुत कुछ है अल्फाज़ जरा से कम है खामोश सी तुम हो, गुमसुम से हम है|
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी हैउनसे कह ना पाना हमारी मज़बूरी है.वो क्यों नहीं समझती मेरी खामोशी कोक्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है|