इश्क करो वफ़ा करो
और फिर भी वो भाव खाये
तो उसे अपनी जिंदगी से
दफा करो!
शिकवा भी होगा हमसे शिकायत भी होगी,
पर दोस्त से गिला किया नहीं करते।
हम अच्छे नहीं बुरे ही सही,
तुम्हें वैलेंटाइन मुबारक हो,
लेकिन हम जैसा दोस्त मिला नहीं करते।।
ये कैसा नशा है, मै किस खुमार में हु.तू आके जा भी चुका है ,और मै अब भी इंतज़ार में हु....
रफ्तार जिंदगी की कुछ यू बनाये रखिये दुश्मन कोई आगे ना निकल पाये और दोस्त कोई पीछे छूट ना जाये...