Saanson Ke Silsile Ko Na Do Zindagi Ka Naam,
Jeene Ke Ba-Wajood Bhi Mar Jaate Hain Kuch Log. .!!
बहुत अलग सा है
मेरे दिल का हाल,
एक तेरी खामोशी
और मेरे लाखों सवाल.
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए,ना देगी दुप्पटा कफ़न के लिए,मरना है तो मारो वतन के लिए,तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के लिए.
मोहब्बत ना सही, मुकदमा ही कर दे मुझ पर, कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी...!!
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,जो इतना दर्द मिला,ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।