"जब आप 'आप' होते हो ना,
तब आप सबसे ज्यादा खूबसूरत होते हो।
ये मेहताब चेहरा, ये मखमूर आँखें,
कहीं होश मेरा न खो जाए,
न देखूं तो न चैन मिले,
देखूं तो मोहब्बत हो जाए।
आपका शर्मना हमे बड़ा भाता है,
और आपका एक झलक देकर चले जाना,
हमे तड़पता है।
वो कहते हैं हम उनकी झूठी तारीफ़ करते हैं,
ऐ ख़ुदा एक दिन आईने को भी ज़ुबान दे दे।
बड़ी खुबसूरत हो तुम.देख कर फ़िदा हो उठेऐसी सूरत हो तुम.
तेरे खुबसुरती पे तो लाखों मरते होंगे,
लेकिन हम तेरी बाते सुनने के लिए तड़पते हैं।