बस चाय का सहारा है,
वरना कौन हमारा है !
एक तेरा ख़्याल ही तो है मेरे पास,
वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।
चलो एक कप चाय बनाते है,
तुम चीनी बन कर घुल जाना,
हम पत्ति बनकर रंग जमाते है।
चाय सा इश्क़ किया है तुमसेसुबह शाम न मिले तो सिरदर्द सा करता है
चाय सा इश्क़ किया है तुमसे
सुबह शाम न मिले तो सिरदर्द सा करता है
तुम पगडंडी हो महलों की मैं खेतों वाली राह प्रियेतुम होटल वाली कॉफी सी मैं अदरक वाली चाय प्रिये
तुम पगडंडी हो महलों की मैं खेतों वाली राह प्रिये
तुम होटल वाली कॉफी सी मैं अदरक वाली चाय प्रिये