“हर किसी को दिल में उतनी ही जगह दो जितनी वो देता हैं..
वरना या तो खुद रोओगे, या वो तुम्हें रूलाऐगा...”
Aaj Ka Suvichar
विद्या के अलंकार से अलंकृत होने पर भी दुर्जन से दूर ही रहना चाहिए,
क्योंकि मणि से भूषित होने पर भी क्या सर्प भयंकर नहीं होता
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
हर विश्वास में विश्वास रहने दो,
जुबान पर मिठास रहने दो,
यही तो अंदाज़ है ज़िन्दगी का,
ना खुद रहो उदास, ना दूसरों को रहने दो…