मित्रता “सम्मान” की नही “भाव” की भूखी होती है.
बशर्तें
लगाव “दिल” से होना चाहिए “दिमाग” से नही
ईश्वर के हर फैसले पे खुश रहो, क्योंकि, “ईश्वर वो नहीं देता, जो आपको अच्छा लगता है”
बल्कि,
“ईश्वर वो देता है, जो आपके लिए अच्छा होता है।
We Travel not to escape life,
but for Life not to escape us.
Having a soft heart in a cruel world iscourage, not weakness.
in a cruel world is
courage, not weakness.