अगर कोई अपना हो तो आईने जैसा होजो हंसे भी साथ और रोए भी साथ
अगर कोई अपना हो तो आईने जैसा हो
जो हंसे भी साथ और रोए भी साथ
लौटकर आया हूँ फिर से मैदान मै?
अंदाज वही है सिर्फ तरीका बदल गया है!
देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठेंहोश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
देख कर आपकी मुस्कुराहट हम होश गवां बैठें
होश में आने ही वाले थे की आप फिर से मुस्कुरा बैठे.
बंदगी हम ने छोड़ दी है 'फ़राज़'
क्या करें लोग जब ख़ुदा हो जाएँ
कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था
आज की दास्ताँ हमारी है
ज़िंदगी से यही गिला है मुझेतू बहुत देर से मिला है मुझे